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सफर की दुआ सीखे हिंदी में Safar ki dua in hindi

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सफर की दुआ एक ऐसी अहम् दुआ है जो सफर के दौरान हमारी हिफाज़त करती है आज इस आर्टिकल में हम आपको Safar ki dua in Hindi इंग्लिश और अरबी में बतायेगे |

सफर करना जिन्दगी  का एक अहम हिस्सा बन गया है  चाहे वो किसी रिश्तेदार से मिलने जाना हो, ज़रूरी काम के लिए जाना हो, या फिर घूमने-फिरने का इरादा हो। हर सफर के दौरान हमें कई मुश्किलों का सामना भी करना पड़ सकता है ऐसे में अगर हमें Dua e Safar याद हो तो इंशाअल्लाह हर मुश्किल टल जाएगी और हम अल्लाह की हिफाज़त में रहेंगे बेशक अल्लाह हमें 70 माओ से ज्यादा मोहब्बत करने बाला है

बिस्मिल्लाहिर रहमानिर रहीम

सुब्हानल्ल्जी सख्खर लना हज़ा वमा कुन्ना लहू मुकरिनीन, व इन्ना इला रब्बिना लमुन क़लिबुन

तर्ज़ुमा- बे ऐब है, जिसने इस सवारी को हमारे कब्ज़े में कर दिया है, इस की क़ुदरत के बिना हम इसे अपने काबू में करने वाले न थे, बिला शुबा हमे अपने रब कि ही ओर लौट कर जाना है |

بِسْمِ اللَّهِ الرَّحْمَنِ الرَّحِيم

سُبْحَانَ الَّذِيْ سَخَّرَ لَنَا هَـٰذَا وَمَا كُنَّا لَهُ مُقْرِنِيْنَ وَإِنَّا إِلَىٰ رَبِّنَا لَمُنْقَلِبُوْنَ

Bismillahir Rahmanir Rahim

Subhanallazee sakhkharlanaa haazaa wamaa  kunna lahoo muqrineena,

wa inna ilaa rabbinaa lamunqaliboon

(1) हज़रत इब्न उमर (रजि.) से रिवायत है कि पैगंबर हजरत मुहम्मद (ﷺ) सफर पर निकलने से पहले यह दुआ पढ़ते थे

بِسْمِ اللَّهِ ، تَوَكَّلْتُ عَلَى اللَّهِ ، وَلاَ حَوْلَ وَلاَ قُوَّةَ إِلاَّ بِاللَّهِ

तर्ज़ुमा- अल्लाह के नाम के साथ  घर से निकलता हूँ और अल्लाह ही पर मैंने भरोसा किया, गुनाहो से बचने और नेकी करने की ताकत सिर्फ अल्लाह ही की तरफ से है  ([Sahih al-Bukhari])

(2) हजरत अबू दाऊद (रजि) से रिवायत है, पैगंबर हजरत मुहम्मद (ﷺ) ने फरमाया:“जब तुम सफर पर निकलो तो अल्लाह को याद करो।”  ([Sunan Abu Dawud])

(3) हजरत अबू हुरैरा (रजि.) से रिवायत है कि,  पैगंबर हजरत मुहम्मद (ﷺ) ने फरमाया: “सफर करने वाला सफर में मुसाफिर है और मुसाफिर को जुबान में कुछ रियायत (छूट) दी गई है। तो वह न तो झूठ बोले और न ही गाली दे।”  ([Sahih al-Bukhari])

यह हदीस हमें सिखाती है कि सफर के दौरान भी हमें अपनी तहज़ीब बनाए रखना चाहिए। हमें झूठ बोलने और गाली गलौज से बचना चाहिए।

FAQs

  1.  सफर की दुआ की क्या अहमियत है?

    सफर की दुआ पड़ने से हम अल्लाह से खैर और हिफाजत की दुआ करते है और अल्लाह हमें सफर के दौरान होने वाली परेशानी और तख़लीफ़ से महफूज़ रखता है बेशक अल्लाह अपने बन्दों से खूब मोहब्बत करने वाला है

  2. क्या रात के समय सफर करना ठीक है?

    हदीसों के मुताबिक, अगर कोई ज़रूरी काम न हो तो रात के सफर से बचना बेहतर है

  3. क्या सफर के दौरान किसी और अमल को करने की सलाह दी गई है?

    जी हां, सफर के दौरान हमें सफर के दौरान अपने और अपने परिवार के लिए खूब दुआ करना चाहिए हदीस के मुताबिक अल्लाह SWT सफर के वक़्त की दुआ रद नहीं करते ऐसे में हमें अपने गुनाहो की माफ़ी और खैर की दुआ करनी चाहिए बेशक अल्लाह दुआ करने वालो को दोस्त  रखता है

  4. अगर हम सफर की दुआ अरबी में न पढ़ पाएं तो?

    सफर की दुआ आप हिंदी ,इंग्लिश, उर्दू में भी पड़ सकते है, तर्जुमे के साथ दुआ पड़ना ज्यादा भेहतर है 

दोस्तों अगर आप ऐसे ही और दुआओं को सीखना चाहते है तो  ibadat24  से जुड़े रहे। और इस पोस्ट को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक शेयर करें। कमेंट में सुब्हानल्लाह जरूर लिखें।


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