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Pani Peene Ki Dua| पानी पीने की दुआ की फ़ज़ीलत

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Pani peen ki dua

पानी एक अज़ीम नेमत है जो अल्लाह ताला ने हमे अता की है। इस आर्टिकल में, हम Pani Peene Ki Dua और पानी पीने के बाद की दुआ के बारे में जानेंगे। हमारे मज़हब इस्लाम में हर जायज और नेक काम के लिए एक तरीका बताया गया है, और पानी पीने का तरीका भी नबी करीम (ﷺ) ने हमें सिखाया है। पानी पीते समय छोटी सी दुआ पढ़कर हम अल्लाह का शुक्र अदा कर सकते हैं।

दोस्तों, अगर आप भी पानी पीने से पहले और बाद की दुआ सीखना चाहते हैं, तो यह आर्टिकल आपके लिए बेहद फायदेमंद साबित होगा। आज हम इस आर्टिकल में आपको पानी की दुआ और पानी पीने का सुन्नत तरीका बताएंगे। इसलिए इस आर्टिकल को आखिरी तक ज़रूर पढ़ें।

छोटी-छोटी नेकियाँ हमारी ज़िन्दगी में बरकत और रहमत ला सकती हैं। इसलिए हर काम को अल्लाह की रज़ा और सुन्नत के तरीक़े से करना चाहिए।

इसलिए हमें हर छोटी-बड़ी दुआओं को सीखते रहना चाहिए। तो चलिए, पानी पीने की दुआ और पानी पीने का सुन्नत तरीक़ा सीखते हैं।

بِسْمِ ٱللَّٰهِ ٱلرَّحْمَٰنِ

बिस्मिल्लाहिर्ररहमानिर रहीम

Bismillahhir Rahmanir Raheem

तर्जुमा- शुरू अल्लाह के नाम से जो बहुत बड़ा मेहरबान व निहायत रहम वाला है।

Pani Peene KI dua

पानी पीने से पहले हमें इन बातो का ध्यान रखना जरूरी है

  • दाएं हाथ से पीना: पानी का गिलास हमेशा दाएं हाथ से पकड़ें।
  • बैठकर पीना: पानी को बैठकर पीना चाहिए. सिर्फ (Zamzam)  पानी को खड़े होकर पीने की इजाजत है।
  • बिस्मिल्लाह पढ़ना पानी पीना: पानी पीने से पहले (Pani Peene Ki Dua) “बिस्मिल्लाहिर्ररहमानिर रहीम” जरूर पढ़े।
  • तीन सांस में पीना: पानी को जल्दबाजी में न पिएं, बल्कि तीन सांस लेकर धीरे-धीरे पिएं।

अलहम्दुलिल्ला हिल्ल्जी सकाना अजबन फुरातम

बि रहमतिही वलम यज अल्हु मिल्हन उजाजम बिजुनूबिना।

Al’hamdu lilla hillazee Saqaana Azban Furaatam

Birahmatihi Walam Yaj’alhu Mil’han Ujajam Bi zunubina

तर्जुमा- “तमाम तारीफें उस अल्लाह के लिए हैं, जिसने हमें मीठा और साफ पानी पिलाया और हमारे गुनाहों की वजह से खारा और कड़वा नहीं बनाया.”

pani peene ki dua

नोट– Pani Peene Ki Dua दुआ को याद करने की कोशिश करें और इसे अपनी रोज़मर्रा की ज़िंदगी में शामिल करें। हर छोटी-बड़ी नेमत के लिए अल्लाह का शुक्र अदा करना चाहिए, क्योंकि बेशक अल्लाह उन लोगों को पसंद करता है जो उसका शुक्र अदा करते हैं।

पानी पीने की दुआ की फज़ीलत

पानी पीने से पहले और बाद में दुआ पढ़ने के कई फायदे हैं, जिनमें से कुछ ये हैं:

  1. अल्लाह का शुक्र अदा करना: दुआ पढ़ने से हमें अल्लाह की नेमतों का एहसास होता है और हम दिल से अल्लाह तआला का शुक्र अदा करते हैं।
  2. सुन्नत की पैरवी: पानी पीने की दुआ पढ़ना नवी करीम ﷺ की सुन्नत है, जो हमारी ज़िन्दगी में बरकत और आख़िरत में कामयाबी दिलाएगी।

नतीजा

पानी पीना हमें एक आम सी बात लगती है, लेकिन क्या आप जानते हैं की इसमें भी एक बरकत है अगर हम उसको सुन्नत के मुताबिक करें। पानी पीने से पहले और बाद में दुआ पढ़ना, अल्लाह का शुक्र अदा करने का बेहतरीन तरीक़ा है। हमें चाहिए कि हम ये सुन्नत अपनी ज़िंदगी में ज़रूर शामिल करें और इसके फायदे हासिल करें।

आज हमने आपको पानी पीने की दुआ (Pani Peene Ki Dua) और पानी पीने की सुन्नत के बारे में बताया है ऐसी ही और जानकारी के लिए हमारे साथ बने रहे, सफर की दुआ सीखने के लिए यहा क्लिक करे Safar ki dua

उम्मीद करता हूँ कि आपको इस आर्टिकल से कुछ सीखने को मिला होगा। अगर आपको ये आर्टिकल पसंद आया है, तो इसे अपने दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ ज़रूर शेयर करें और नेकी कमाएँ।

पानी पीने का सुन्नत तरीका क्या है?

पानी पीने के सुन्नत तरीके में ये बातें शामिल हैं:

दाएं हाथ से पीना।
बैठकर पीना।
तीन सांस में पीना।
पानी को फालतू ना बहाना।

क्या बच्चों को भी पानी पीने की दुआ सिखानी चाहिए?

जी बिल्कुल! बच्चों को छोटी उम्र से ही अल्लाह को याद करने और उसका शुक्रिया अदा करने की आदत डालनी चाहिए।
आप उन्हें आसान शब्दों में दुआ समझा सकते हैं और धीरे-धीरे याद करवा सकते हैं।

क्या पानी पीते समय खड़े होना जायज़ है?

जी हां, आम तौर पर पानी पीते समय बैठना सुन्नत है. हालांकि, कुछ खास हालातो में खड़े होकर पानी पीना जायज़ है, मसलन:
आप सफर में हैं।
आप बीमार हैं।
आप जल्दी में हैं।
लेकिन, अगर आप आराम से बैठकर पानी पी सकते हैं, तो यही तरीका बेहतर है।


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