Bathroon jane ki dua

बाथरूम जाने की दुआ (Bathroom Jane Ki Dua)

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इस्लाम में हर चीज के लिए अदाब बताए गए हैं, उन्हीं में से एक है बाथरूम जाने का अदाब है बाथरूम जाने से पहले एक छोटी सी दुआ पढ़ना सुन्नत है
ऐसे में ऐसे में अगर आपको बाथरूम जाने की (Bathroom jane ki dua) दुआ याद नहीं है तो ये आर्टिकल आपके खूब काम आने वाला है

इस आर्टिकल में हम आपको बाथरूम या टॉयलेट जाने की दुआ (Toilet Jane ki dua) तर्जुमे के साथ बतायेगे आपसे गुजारिश है की इस आर्टिकल को पूरा जरूर पड़े इस आर्टिकल को पड़ने के बाद इंशाअल्लाह आपको ये दुआ जरुर याद हो जाएगी

तो दोस्तों आईये जानते है कि बाथरूम जाने से पहले कौनसी दुआ पड़ी जाती है

((Toilet Jane ki dua) बेहद छोटी दुआ है आपको ये दुआ आसानी से याद हो जाएगी)

اللَّهُمَّ إِنِّي أَعُوذُ بِكَ مِنَ الْخُبُثِ وَالْخَبَائِثِ

“अल्लाहुम्मा इन्नी अउज़ु बिका मिनल ख़ुबुसी वल ख़बाइस”

तर्जुमा- ऐ अल्लाह! मै आपकी पनाह मांगता हूँ तमाम शयातीन ( मर्दो और औरतो ) के शर से

Bathroon jane ki dua

“Allahumma Inni Aauzubika Minal khubusi  Wal khawais”

Translation: (O Allah! I seek refuge in You from the male and female devils.)

बाथरूम जाने से पहले दुआ पड़ना सुन्नत है हालांकि ये दुआएं फ़र्ज़ नहीं हैं, लेकिन इन्हें पढ़ने के कई फायदे हैं:

  • बुरी चीज़ों से खुद को बचाना
  • शैतान से हिफाज़त
  • सफाई और शुचिता का लिहाज़ करना
  • अल्लाह को याद करना

बाथरूम जाने की दुआ बहूत ही छोटी दुआ है इसलिए हमें इसे याद करने में ज्यादा वक़्त भी नहीं लगेगा इसलिए हमें इस दुआ (Bathroom Jane ki Dua) को सीख कर अपने बच्चो और घर वालो को जरूर
सिखाना चाहिए अक्सर हम जल्दी जल्दी में दुआ पड़ना भूल जाते है ऐसे में हमें इसे अपनी रोज़मर्रा की ज़िन्दगी में लागू करना बहुत जरूरी कोई भी दुआ खली नहीं जाती इसका अजर अल्लाह हमें जरूर देता है

दोस्तों उम्मीद करना हूँ की आप सभी ने इस आर्टिकल को पड़के बाथरूम जाने की दुआ को आसानी से याद कर लिया होगा आपसे गुजारिश है इस आर्टिकल को अपने दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ जरूर शेयर करे और सबाब हासिल करे

ऐसे ही और दुआ सीखने के लिए ibadat24 साथ जुड़े रहे,घर से निखारने की दुआ सीखने के लिए यहाँ क्लिक करे घर से निकलने से पहले की दुआ

बच्चों को बाथरूम की दुआ कैसे सिखाई जा सकती है?

बच्चों को दुआ सिखाने के लिए रोज़मर्रा की आदतें बनाना और खेल-खेल में सिखाना सबसे अच्छा तरीका है। उन्हें बाथरूम जाने और बाहर आने के समय दुआ पढ़ने की आदत डालें।

क्या बाथरूम की दुआ सिर्फ अरबी में पढ़नी चाहिए?

नहीं, अगर आपको अरबी पड़ना नहीं आती है तो आप दुआ को हिंदी, इंग्लिश,या उर्दू में भी पद सकते है लेकिन अरबी में पड़ना ज्यादा बेहतर है

क्या ये दुआएं पढ़ना जरूरी हैं?

ये दुआ पड़ना सुन्नत है और उसके कई फायदे भी है लेकिन अगर आप दुआ पड़ना भूल गए हो या याद नही है तो कोई गुन्नाह नहीं है
बेहतर रहेगा की आप इस दुआ को पड़ने की आदत बना ले दुआ याद करना बेहद आसान है

बाथरूम में दाखिल होने से पहले कौन सा पैर रखना चाहिए?

सुन्नत के मुताबिक बाथरूम में दाखिल होने से पहले बाएं पैर से जाना चाहिए और निकलते समय दाहिने पैर से बाहर निकलना चाहिए।

क्या बाथरूम में बात करना सही है?

बाथरूम में बात करना मना किया गया है और इसे सही नहीं माना जाता है इसलिए हमें बाथरूम के अंदर बात करने से बचना चाहिए


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